Miss Lipsa

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।। सोच ही तो है ।।

।। सोच ही तो है ।।



सोच ही तो है 
आज यहां तो कल वहां है ।।

कभी हो जाती परिपक्व 
तो कभी थोड़ा चंचल ।।

कैसे अजब है सोच हमारी 
की सोचने से मिलती नहीं मंजिल ।।

अब वक़्त ही कहा मिलता 
खुद के लिए सोचने का ,

अपनो के दिए घाव को 
खुद ही खुद भरने का ।।

सोच ही तो है 
आज यहां तो को वहां है ।।

लिप्सा ....🖤✨

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4 Comments

Rayeesha ❣️

04-Sep-2021 11:39 AM

Wahhhh

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Mahendra Bhatt

27-Aug-2021 04:18 PM

Wow

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DHRUV JAGANNATH

16-Aug-2021 11:53 AM

👍👌

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Miss Lipsa

17-Aug-2021 02:01 AM

Thank u bhaii

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